Aaj ke Vichaar!
*जब ये दोनों बढतें हैं..*
*तब "इन्सान" चाह कर भी*
*किसी को गले नहीं लगा सकता..*
*जिस प्रकार नींबू के रस की एक बूँद*
*हज़ारों लीटर दूध को बर्बाद कर देती है...*
*...उसी प्रकार...*
*_"मनुष्य का अहंकार"_*
*भी अच्छे से अच्छे संबंधों को*
*बर्बाद कर देता है!!!*

-Tejinder Kamboj
*हज़ारों लीटर दूध को बर्बाद कर देती है...*
*...उसी प्रकार...*
*_"मनुष्य का अहंकार"_*
*भी अच्छे से अच्छे संबंधों को*
*बर्बाद कर देता है!!!*

Comments
Post a Comment